शुभकामनाएं - सन्देश.. !

I am very happy to learn that the citizens of Bikaner are erecting a statue in memory of Major Puran Singh who sacrificed his life in the defense of our country during 1965 war with Pakistan. I am sure that this memorial will provide the necessary inspiration to the citizens of Bikaner to do their best for the Country.

I wish the function all success.

 Sd-
                                                                Mohanlal Sukhadia

Governor, Andhra Pradesh

 

मुझे यह जानकार हार्दिक प्रसन्ता हे की बीकानेर के नागरिक अमर शहीद मेजर पूरणसिंघ की स्मृति मे उनकी एक प्रतिमा की स्थापना कर रहे हैं.

राजस्थान के लोग अपनी शूरवीरता साहस त्याग ओर बलिदान के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं. देश के मान ओर सम्मान की रक्षा के लिए वे हर समय तत्पर रहे हैं.

जुर्भारसिंघ.
राज्य वित्त मंत्री, राजस्थान

 

महोदय,

बीकानेर के नागरिको द्वारा शहीद मेजर पूरणसिंघ की प्रस्तर प्रतिमा का स्थापित किया जाना वास्तव में अनुकरणीय व उनकी वीरोचित सम्मान हैं. यह राष्ट्र की व विशेषकर इस मरूधरा की भावी पिदियो को चिरकाल तक प्रेरक रहेगा. मैं इस पुनीत पर्व पर आपको व बीकानेर के नागरिको को हार्दिक साधुवाद देता हू.

भवदीय मेजर जनरल भगवतिसिंघ

प्रिय भटनागरजी,

सबसे पहले तो मैं आप उन सभी साथियो को बधाई देना चाहता हू जिन्होने अमर शहीद मेजर पूरणसिंघ की प्रतिमा स्थापना तथा स्मारिका प्रकाशित करने का शुभ निर्णय लिया.

वास्तव मे हमारा देश मेजर पूरणसिंघ जैसे सपुतो के बल पर ही सुरक्षित हैं ओर गौरव करता हैं. वह न केवल ईमानदार, परिश्रमी चरित्रवान् ऐव होनहार व्यक्ति थे, बल्कि उनमें राष्ट्रीयता की भावना कूट-कूट कर भारी हुई थी. इसलिए सरकार ने भी उन्हें वीरचक्र प्रदान कर गौरवानिवत् किया हैं.

भवदीय
पन्नालाल बरूपाल
संसद सदस्य


मुझे यह जानकार अत्यन्त हर्ष हुआ की शहीद मेजर पूरणसिंघ प्रतिभा स्थापन समिति, बीकानेर के तत्वाधान में बीकानेर के नागरिको  द्वारा शहीद मेजर पूरणसिंघ की स्मृति में सेनिक छावनी के निकट प्रमुख चौराहे पर ११ फरवरी १९७६ को उनकी प्रस्तर प्रतिमा स्थापित करके युद्ध में वीरगति प्राप्त शहीद मेजर का वेरोचित सम्मान किया जा रहा है.

ह. स. ना. शर्मा
(एस. एन शर्मा)
मेजर जनरल, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली-११

 

I am pleased to learn that a statue of Late Major Puran Singh Vr.C, is being installed at Bikaner Cantt. on 11 February 1976. I am sure, is the most befitting honor which any hero or martyr who sacrificed his life for the cause of the Country, can get from its patriotic citizens.

Sd-
Major General Tara Singh Bal
President, Indian Ex-Services League

 

Major Puran Singh, died a Soldiers death. His comrades-in-arms, raised a Suitable Cenotaph in his memory on the spot, where he breathed his last, It is only befitting that the citizens of Bikaner which has produced so many heroes in the past should perpetuate the memory of their noble son, in a befitting manner. His illustrious memory will remain engraved for long years, not only on stones, but also, in the hearts of Men.

Sd-
Brig Apji’ Randhir Singh
(Retd.)

प्रिय भटनागर साहब,

आज दिनाक २६-१-७६ को आपका पत्र प्राप्त हुआ. शहीद मेजर पूरणसिंघ की प्रतिमा स्थापित करने का जो निर्णय समिति ने लिया है उसके लिये समिति बधाई की पात्र है. वो शहीद जिन्होने मात्र भूमि के लिये अपनी जाने दी उनके खून का एक एक कतरा मशलेबन कर आने वाली नस्लों को मात्रभूमि के प्रम की राहें दिखाता रहेगा. शहीद मेजर पूरणसिंघ ऐसे ही शहीदों मे से एक हैं. बिकाजी की धरती को ख़ासतोर पर ओर हिन्दुस्तान को आम्तोर पर उनकी शहादत से देश भक्ति की प्रेरणा मिलती रहेगी.

आपका
मोहम्मद उसमान आरिफ
संसद सदस्य

 

पूर्ति ओर पुन्ंवार्स मंत्री

भारत

नई दिल्ली - 110011

फरवरी 3, 1976

 

मुझे यह जानकर् प्रसन्नता हुई है कि शहीद मेजर पूरणसिंघ प्रतिमा स्थापना समिति, बीकानेर द्वारा दिनांक 11 फरवरी, 1976 को मेजर पूरणसिंघ की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय किया गया है तथा इस अवसर पर एक स्मारिका प्रकिशित करने की योजना भी हैं. मेजर पूरणसिंघ ने राजस्थानी रंण वाकूरों की उस परम्परा को निभाया जिसमे शत्रुओं से पराजित होकर कभी नही लॉट्ते थे. या तो दुश्मनों पर विजय प्राप्त करके ही लॉट्ते अन्यथा रंण शेत्र में अपने प्राणों का बलिदान कर देते. मेजर पूरणसिंघ ऐसे बहादुर वीर सपूतों में थे जिन्होनें भारत पाक संघर्ष में अपने देश की आन की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान किया. ऐसे वीर सपूतों से देश सदेव गौरवनिवत् रहेगा. उनकी समृति में प्रतिमा स्थापित करना उनकी वीरता, राष्ट्र सेवा तथा बलिदान का एक ज्व्लत प्रमाण होगा ओर यहं उनके प्रति हमारी सच्ची श्रधांजलि होगी.

आयोजन की सफलता के लिए मैं हार्दिक शुभ कामनाएँ प्रक्षित करता हूँ.

(रामनिवास मिश्रा)

परमवीर मेजर पूरणसिंघ जी ने देश की सुरक्षा के लिये अपनी बलि देकर हमारे समाज का मस्तक उँचा किया. राजपूत की परम्परा रही हैं देश के लिए मर मिटने की. उनका यह बलिदान भी उनके पुर्वजो के बलिदानों की एक श्रंखला में एक ओर कड़ी जोड़ने वाला था.

बीकानेर के नागरिकों ने मेजर पूरणसिंघ जी की प्रतिमा स्थापित कर कर्तव्य निभाने के साथ बीकानेर की वीर भूमि के योग्य ही कार्य किया है.

मैं इस शहीद को शीश झुका अपनी श्रद्धांजलि इस अवसर पर पेश करती हूँ.

 
लक्ष्मीकुमारी

 

श्री शिवचरण माथुर,

खाद एव कृषि मंत्री

जयपुर, राजस्थान

दिनांक १० फरवरी, १९७६

राजस्थान का इतिहास ऐसे शूरवीरों की गाथाओं से ओतप्रोत हे जिन्होने देश की रक्षा में अपने प्राणो को न्योछावर किया. आज़ादी की लड़ाई के बाद सवतंत्रता प्राप्त होने पर एक प्रकार से नये इतिहास का सूत्रपात हुआ. परन्तु इस  दोरान भी विदेशी आक्रमानो के समय इस प्रदेश के रंणबाकुरे लोगो ने अपना खूब नाम कमाया. ऐसे अनेक योद्धा है जिनकी समृति हमे अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाये रहती हैं. शहीद मेजर पूरणसिंघ इन्ही में से एक थे जो १९६५ के पाक के साथ हूए युद्ध में राजस्थान की सीमा तनोट (जैसलमेर) की सुरक्षा करते हुए शहीद हुए. आपको मृनौप्रान्त "वीर चक्र" से विभूषित किया जाना इनके पराक्रम का प्रतीक है.


अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि इस शहीद की समृति में इनकी प्रतिमा स्थापित की जा रही है. इस बात की बहुत आवश्यकता हे कि देश की नई पीढ़ी को ऐसे देशभक्तो की जीवनी ओर कृत्यों के बारे में अवगत कराया जाय. इनके स्मारक पुण्य तीर्थ की भांति हैं. इनकी देखभाल करना भी हम सभी का कर्तव्या है.

ऐसे पावन अवसर पर मैं शहीद मेजर पूरणसिंघ के प्रति अपनी ओर से श्रद्धासुमन अर्पित करता ह्वा कामना करता हूँ कि यह स्मारिका लोगों के लिये अधिकाधिक लाभप्रद साबित होगी.

शिवचरण माथुर

 

श्री हरिलाल देवपुरा,

सिचाई मंत्री

जयपुर, राजस्थान

दिनांक ४ फरवरी, ७६

प्रिय श्री भटनागर,
बड़ी प्रसन्नता का विषय है कि मेजर पूरणसिंघ की समृति में सैनिक छावनी के निकट प्रमुख चौराहें पर उनकी प्रस्तर प्रतिमा ११-२-७६ को स्थापित की जा रही है. स्वर्गीय मेजर शोर्ये के प्रतीक थे ओर उनकी सेवा के कारण मारोनुप्रांत "वीर चक्र" प्रदान हुआ. युवापीढ़ीं इससे सदेव प्रेरणा लेती रहेगी ऐसी मेरी मान्यता है. आयोजन के सफलता की कामना.

हरिलाल देहपूरा

 

श्री बंसीलाल

रक्षा मंत्री, भारत

 

राष्ट्र-धर्म से पवित्र कोई अनुष्ठान नही है. देश की पवित्र सिमाओ की रक्षा करते हुए मेजर पूरणसिंघ ने अपने बलिदान द्वारा मात्रभूमि की रक्षा की. ऐसे वीर सपूत की समृति को बनाये रखने के लिए बीकानेर के नागरिकों को उनकी प्रतिमा प्रतिष्ठापित करने का निश्चय स्तुत्य है.

मैं इन शुभ भावनाओं का सम्मान करता हूँ.

 बंसीलाल

 

Brig. Hari Singh, Secy.
Rajya Sainik Board, Jaipur

 

(Message by Telegram)

I wish the function all the success. I am sure present and coming generations will draw inspirations from the sacrifices of Major Puran Singh who laid his life to guard the freedom of the Motherland.

Brig. Hari Singh

 

Lt. Gen. S. L. Menezes
PVS’M, SC

Colonel Commandant the Grenadiers

I on behalf of all ranks of the GRENADIERS thank the Chief Minister of Rajasthan for honoring a brave and dedicated GRENADIER Late Major Puran Singh Vr.C who gave his life for defense of the motherland. This statue will remain a source of inspiration to future generations of the regiment. We are and shall continue to be proud of his valour.

Lt. Gen. S. L. Menezes